SYNDOPA PLUS tablet uses in hindi ?SYNDOPA दबाई के जाने क्या क्या फायदे ?

आज हम आपको (SYNDOPA PLUS) पाकिसन बीमारी में चलने वाली एक अत्यंत महत्वपूर्ण दवा के बारे में पूरा विस्तार से बताऊंगा यह मेडिसिन दो दवाओं से मिलकर बनी होती एक लेवोडोपा कार्बिडोपा पड़ी होती हैं ये दोनों ही मानसिक रोगों में चलने वाली महत्वपूर्ण दबाई है ये मार्केट में आपको अलग अलग ब्रांड में मिल जाएगी अगर आप मार्केट में KINSON के नाम से खरीद ते हैं या फिर (SYNDOPA PLUS )के नाम से तो जो आपको दबाई मिलेगी उसमें आपको लेवोडोपा और कार्बिडोपा दोनों ही पड़े होंगे ये मार्केट में आपको अलग अलग फॉर्म में मिल जाएगा कैप्सूल और टैबलेट दोनों ही फॉर्म मार्केट अवेलेबल है और डॉक्टर इसका कैप्सूल भी इस्तेमाल कराते हैं कैप्सूल के साथ साथ टैबलेट भी मार्केट में अवेलेबल हैं मार्केट में ज्यादा टेबलेट चलती हैं कैप्सूल के मुक़ाबले टेबलेट जड़ा
चालिए अब हम बात करते हैं कि (SYNDOPA PLUS ) किन किन बीमारियों में इस्तेमाल की जाती हैं सबसे पहले हम बात करते हैं कि ये पारकिंसन बीमारी में इस्तेमाल की जाती हैं पारकिंसन बीमारी मतलब मानसिक बीमारी अगर किसी व्यक्ति ब्रेन डोपामिन की प्रॉब्लेम है हार्मोन की कमी हो गई है तो उसकी बजा से हमारे न्यूरॉन अच्छी तरह से काम नहीं करते है तो एक बीमारी बनती है जो कि पारकिंसन बीमारी कहते हैं इसमें लोगों के हाथ पैर हिलने लगते जो वो कोई भी चीज को पकड़ नहीं पाते उनको लिखने कि दिक्कत होती है अगर वो चाय का प्याला पकड़ेगे तो उनको बहुत दिक्कत होती हैं तो यह जो सारी बीमारीया हैं वो पारकिंसनके सिम्टम्स है और दुसरी जो ये बीमारी ko ट्रीट करती है आपकी (SYNDOPA PLUS)
तो वो है घबराहट और उल्टी या व्यक्ति का जी बिछला रहा हैं या फिर चक्कर आ रहा है तो इन सभी दिक्कतों को दूर करने का भी काम करती हैं
और दूसरा किस बीमारी में काम आता हैं वो हैं ट्रेमोर वो होता है जब किसी व्यक्ति का (DOPAMYN) कम होता हैं तब उसका शारीर मतलब उसका मस्तिष्क उसके शारीर को कंट्रोल नही कर पाता है यह एक बीमारी है इसे कहते हैं ट्रिमर जिसमें व्यक्ति के हाथ पैर कांपते हुए देख सकते है
तो ट्रिमर reduce करने का काम करती हैं कंट्रोल करने का काम आपकी (SYNDOPA) दबाई आसानी से कर देती हैं
अब हम बात करते हैं कि किसी भी व्यक्ति अंदर ये दबाई काम कैसे करती हैं जिसे की व्यक्ति की सारी बीमारीया आसानी से सही हो जाती हैं जब ये दावा किसी व्यक्ति को खबई जाती हैं तो यह दावा व्यक्ति के ब्रेन तक पहुंच पाए तो उसके इसमें लिवोदोपा के साथ साथ इसमें कार्बोडिपा भी होता हैं जो की व्यक्ति के ब्रेन तक पहुंच पाता हैं इस लिए इसे कॉम्बिनेशन में दिया जाता है ताकि इसका पूरा प्रभाव मिल सके

और इसका असर मिले और इसका साइड इफेक्ट कम हो जाए और बाकी सभी दिक्कतें जैसे की पारकिंसन हो गया घबराहट उल्टी जी बिछला और ट्रिमर जैसे सभी बीमारी टीक होने लगती अगर किसी व्यक्ति को आप पहले से ही लिबोडोपा और कार्बोडॉपा खिला रहे हैं और आपको पहले से ही बीमारियां तो ये इस्तेमाल ना करें जैसे कि हाइपोटेंशन मतलब लॉ ब्लड प्रेशर का मरीज है तो उसमें ना लिबोडोपा और ना ही कार्बोडॉपा का इस्तेमाल ना ही अकेले और ना ही साथ में करना चाहिए अगर कर भी रहा है तो डॉक्टर की राय जरुर लें और अगर डिप्रेशन से गुजर रहा तभी भी लिबोडोपा और कार्बोडॉपा का इस्तेमाल नही करना हैं चलिए
अब हम बात करते हैं कि सिंदोपा का डेली डॉज कितना हैं
और हमें दिन में कितना लेना चाहिए ?
पेशेंट को कितनी खिलानी चाहिए कम से कम मात्रा में और ज्यादा से ज्यादा मात्रा तो नॉर्मल इसका डॉज बयास्क के लिए 25mg से लेकर 200mg तक मतलब 300mg परडे है अगर आप दिन में एक से दो बार खिलाते तो इसका असर आपको बहुत अच्छा मिलेगा नॉर्मल ये दिन एक बार ही चलाई जाती है और बिना डॉक्टर कि सला से हमें इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
अब एक महत्त्वपूर्ण जानकारी के बारे में जान लेते हैं जिसे कहते हैं साईड इफेक्ट क्योंकि यह एक एलोपैथ मेडिसिन की तरह एलोपैथ मेडिसिन की तरह मानसिक रोगों से लड़ने वाली दबा
मतलब SYNDOPA का भी नकारात्मक प्रभाव है
नॉर्मली यह दवा आप लंबे समय तक खाते हैं तो आप CONSTIPATION के शिकार हो सकते हैं

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